इडली और डोसा स्वास्थ्य भारतीय नाश्ता में से एक है जिनमें Mung dal dosa recipe दक्षिण भारतीय डिश में से एक है। जिन्हें छिलके वाली मूंग दाल या बिना छिल्के वाली और मसालों के साथ बनाया जाता है। जोकि प्रोटीन से भरपूर स्वादिष्ट डोसा वैरायटी बनाने में और आसानी से झटपट तैयार होने वाला डिश है। मूंग दाल को लंबे समय तक भिगोने की आवश्यकता नहीं होती । mun dal dosa recipe स्वस्थ इसलिए है। क्योंकि इसमें कम तेल की आवश्यकता होती है चावल और उड़द दाल के बजाय मूंग की दाल से बनाया जाता है इसका घोल बनाना बहुत ही आसान है क्योंकि इसे बनाने के लिए भिगोए हुए मूंग को मिर्च ,अदरक और लहसुन को एक साथ मिक्सी में पीसना है ।घोल को फर्मेंट करने की जरूरत नहीं है। इसे आमतौर पर रवा उपमा और आलम पछड़ी (अदरक की चटनी ),नारियल की चटनी के साथ परोसा जाता है। मैं आपको Mung dal dosa recipe स्टेप बाय स्टेप बताने जा रही हूं ।प्लीज आप भी ट्राई करना और कमेंट करके बताना यह रेसिपी कैसे लगी।
पूर्व तैयारियों का समय: 4hours
पकाने का समय:20minutes
कितने लोगों के लिए:3
#Table of contents:_
1. moong dal dosa क्या है।
2. moong dal dosa में इस्तेमाल आवश्यक सामग्री।
3. moong dal dosa बनाने की विधि।
4. moong dal dosa स्टेप बाय स्टेप फोटो के साथ।
5. सुझाव और विविधता।
6.FAQ# Moong daal dosa recipe ingredients:_मूंग दाल डोसा में इस्तेमाल आवश्यक सामग्री:_
.मूंग दाल_1कप
.चावल या चावल का आटा_2tsp
.लहसुन की कलियां_1से2
.अदरक_1इंच लम्बा टुकड़ा
.हरी मिर्च_1से 2
.तेल_ 4tsp
.नमक_स्वादानुसार
.हरा धनिया _ अवश्यकताअनुसार
#How to make moong dal dosa recipe in hindi :_मूंग दाल डोसा बनाने की विधि हिंदी में:_
1.
एक बड़े कटोरे में एक कप मूंग दाल डालें और कम से कम तीन चार बार अच्छी तरह धो लें पानी को पूरी तरह छान लें।
2.
ताजा पानी डालें और 15 से 20 मिनट के लिए भिगो दें अगर आप की दाल पुरानी हो गई है तो आप भीगोने के लिए गर्म पानी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
3.
मूंग दाल से अच्छी तरह से पानी हटा दें।
4.
मूंग दाल और 1 इंच छिला हुआ अदरक, 1/2 चम्मच नमक ,दो हरी मिर्च ,1/2 चम्मच जीरा ,दो सूखी लाल मिर्च (वैकल्पिक )एक कप पानी के साथ ब्लेंडर/ ग्राइंडर में डालें। ध्यान दें कि अगर आप दाल को ज्यादा देर तक भीगोते हैं, तो आपको कम पानी की जरूरत पड़ेगी आप 1/2 कप पानी से शुरुआत कर सकते हैं।
5.
मुलायम घोल में पीस लें (डोसे के घोल के जैसा )।आवश्यकतानुसार और 3/4 कप से 1कप पानी डालें और पीस लें। पानी की मात्रा मूंग के गुणवत्ता पर निर्भर करती हैं इसीलिए जरूरत के अनुसार थोड़ा-थोड़ा पानी डालें ध्यान रहे कि घोल बहुत ज्यादा पतला ना हो उसे एक कटोरे में निकालें।
6.
इसकी कंसिस्टेंसी डोसे के बैटर जैसी होनी चाहिए।
7.
एक नॉन स्टिक तवे को माध्यम आंच पर गर्म करें ।तवा डोसा बनाने के लिए मध्यम गर्म है या नहीं उसकी जांच करने के लिए तवा पर पानी के कुछ बंदे छिड़के।अगर पानी तुरंत ही सूखने लगता है तो इसका मतलब है कि तवा डोसा बनाने के लिए पर्याप्त गर्म है। पानी सूखने के बाद तावा के बीच में एक चम्मच से घोल डालें और चमचे को गोल घुमा कर घोल को पतले लेयर में फैला दें लगभग 7 से 8 इंच गोल आकार में।
8.
मूंग दाल डोसा के किनारे के चारों ओर थोड़ा सा तेल डालें और मध्यम तेज आंच पर सुनहरा और कुरकुरे होने तक तलें जब डोसा पक जाएं तो आप देखेंगे कि किनारे पैन को अपने आप छोड़ देते हैं।
9.
डोसा को दूसरी तरफ पलट दें और 1 या 2 मिनट के लिए टोस्ट करें।
10.
इसे पलट दें धीमी आंच पर 1 मिनट के लिए भूनें ताकि एक क्रिस्पी हो जाए। इसे कलछी से फोल्ड करके सर्विंग प्लेट में निकाल लें। अगला डोसा बनाने के लिए आपका फैन मध्यम गर्म होना चाहिए बहुत गर्म नहीं होनी चाहिए अन्यथा बैटरी चिपक जाएगा आपको फैलने नहीं देगा ।इसलिए जरूरी है कि पिछले डोसे को 1 से 2 मिनट धीमी आंच पर पकाएं।
#सुझाव और विविधता:_
.दाल को सिर्फ 15 से 30 मिनट के लिए भी भिगोने से बहुत ही कुरकुरी मूंग दाल डोसा बनती है आप इस रेसिपी से कोन मूंग दाल डोसा भी बना सकते हैं।
.ज्यादा भिगोने से यह नरम हो जाते हैं। यदि आप उन्हें अधिक समय तक भिगोना पसंद करते हैं तो भिगोते समय 2से 3 बड़े चम्मच चावल का उपयोग करें।
.अगर आप दाल को ज्यादा देर के लिए भीगोते हैं तो पीसने में कम पानी का इस्तेमाल करें।
.अदरक और हरी मिर्च स्वाद बढ़ाने वाले होते हैं इसलिए इन्हें छोड़ना नहीं चाहिए। अदरक पाचन क्रिया में भी मदद करता है। चूंकि दाल अधिक समय तक भीगोयी नहीं जाती है इसलिए अदरक का उपयोग करने की सलाह दी जाती हैं
.घी डोसे का स्वाद को और बढ़ा देती हैं अगर आप शाकाहारी हैं तो आप तेल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं कई बार हम नारियल तेल का इस्तेमाल करते है।
#स्वाद : कुरकुरा और नामकीन
#परोसने के तरीके:इसे तीखी अदरक की चटनी, नारियल की चटनी या टमाटर की चटनी के साथ गर्म परोसें।
FAQ:
ques:1.मूंग की दाल कैसे खानी चाहिए?
ans:
मूंग की दाल को और कैसे खाने से होगा फायदा ?
मूंग की दाल की खिचड़ी बनाकर खाने से digestion ठीक रहता है। …
मूंग की दाल का पानी पीने से कमजोरी दूर होती है।
मेथी में मूंग की दाल डालकर खाने से खून की कमी से बचाव होता है।
मूंग की दाल को अन्य दालों के साथ मिलाकर खाने से body में protein की कमी पूरी होती है।
ques:2.मूंग भिगोकर खाने से क्या फायदा होता है?
ans:भीगी हुई मूंग, मोठ और सोयाबीन खाने के फायदे
कब्ज से दिलाता है राहत मूंग, मोठ और सोयाबीन में फाइबर, पोटेशियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम, आयरन पाया जाता है। …
वजन घटाने में मददगार …
इम्यूनिटी को बढ़ाता है।मांसपेशियों को मजबूत करता है स्किन के लिए बेहतर।
ques:3.पेट पर कौन सी दाल हल्की होती है?
ans:आम तौर पर आपको समय-समय पर सभी को अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए। लेकिन जब हम वजन घटाने के लिए बेहद मददगार के बारे में बात करते हैं, तो पीली मूंग दाल या पीले चने की दाल सबसे अच्छा विकल्प है। यह दाल कैलोरी और प्रकाश में कम है। यह आपके पेट के लिए पचाने में आसान होता है और कब्ज का खतरा भी कम होता है।
ques:4.मूंग कब नहीं खाना चाहिए?
ans: हाई यूरिक एसिड (High Uric Acid) के मरीज जिन लोगों को हाई यूरिक एसिड की दिक्कत हो, उन्हें मूंग की दाल (Moong Dal ke Nuksan) को खाने से परहेज करना चाहिए. असल में इस दाल में प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जिसकी वजह से शरीर में यूरिक एसिड का लेवल बढ़ जाता है।
ques:5.कौन सी दाल से गैस नहीं बनती है?
ans:अरहर की दाल
यह बहुत अधिक गैस का उत्पादन नहीं करता है। अरहर की दाल पेट में बनने वाली गैस को दूर कर सकती है। साथ ही कब्ज के लिए भी फायदेमंद होती है। अरहर में प्रोटीन, विटामिन ए, विटामिन बी12 जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं।
There are some points that I don’t understand in this article, can they be clarified for other articles?